Dr. Bhimrao Ambedkar : Vayaktitav Avam Kratitav By Dr. Pankaj kumar Gautam | डॉ. भीमराव अम्बेडकर : व्यक्तित्व एवं कृतित्व

Dr. Bhimrao Ambedkar : Vayaktitav Avam Kratitav | डॉ. भीमराव अम्बेडकर : व्यक्तित्व एवं कृतित्व


समकालीन भारतीय इतिहास में अगर सबसे ज्यादा खोजे/पढ़े जाने वाले व्यक्तित्व की बात करें तो निसंदेह डॉ. अंबेडकर का नाम आता है। आजादी के दशक से 80 के दशक तक भले ही भारत के सामाजिक, राजनैतिक एवं पत्रकारिता जगत के मेन (मुख्यधारा) में ना रहें हो, लेकिन समकालीन राजनीतिक परिदृश्य में सबसे बहुआयामी व्यक्तित्व के रूप में डॉ. अंबेडकर निश्चित रूप से सबके प्रिय एवं आदर्श के रूप में एक सशक्त हस्ताक्षर साबित हुए हैं। यह तीनों (खण्ड) पुस्तकें डॉ. अंबेडकर के व्यक्तित्व को लेकर विभिन्न आयामों का  विश्लेषण करती है। इन पुस्तकों में डॉ. अंबेडकर के सामाजिक, राजनीतिक(खण्ड-1),धार्मिक, आर्थिक, शैक्षणिक(खण्ड-2),महिलाओं से संबंधित (खण्ड-3) आदि उनके सार्वभौमिक विचारों को केन्द्र में रखा  गया है। 
         देश के तमाम प्रबुद्ध एवं युवा  लेखकों ने इन पुस्तकों में अध्याय के रूप में अपना सहयोग किया है। निश्चित रूप से डॉक्टर अंबेडकर को जानने या समझने वाले,  सामाजिक कार्यों में रुचि लेने वाले पाठकों के लिए यह पुस्तक सारगर्भित एवं महत्वपूर्ण साबित होने जा रही है।
       "डॉ. अंबेडकर व्यक्तित्व एवं कृतित्व" यह पुस्तक तीन खंडों में प्रकाशित  है। जिसमें खंड-1, 'अंबेडकर के सामाजिक एवं राजनीतिक चिंतन' के विश्लेषण पर आधारित होगा। खंड- 2, 'आम आदमी के डॉ. अंबेडकर'  के स्वरूप पर आधारित है। और खंड-3, 'महिलाओं से संबंधित अंबेडकर के  विचारों' को लेकर केन्द्रित है। आप सभी पाठकों के प्रतिक्रिया का सहर्ष  स्वागत है। आपकी प्रतिक्रिया हमारे लिए सदैव मार्गदर्शन एवं साहस देने का कार्य करेगी।
                सादर धन्यवाद।
संपादक,
डॉ. पंकज कुमार गौतम,
 तथागत निलय,
वाराणसी



विषय सूची एवं लेखक परिचय

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